हिमाचल
की संस्कृति, यहाँ के रहन-सहन, खान-पान, लोक-नृत्य तथा लोक-संगीत में अनेकों विविधताएँ हैं। यहाँ के लोक-संगीत और लोक-नृत्य का प्रत्यक्ष सम्बन्ध यहाँ मनाए जाने वाले त्योहारों, समारोहों से है। हिमाचली विवाह-समारोह के दौरान  लोक-संगीत की अत्यधिक प्रासंगिकता होती है क्यूंकि यह लोक-गीत विवाह-समारोह में होने वाली विभिन्न रस्मों के दौरान दोनों ही पक्षों वर और वधू के यहाँ गाए जाते हैं। इन लोक-गीतों में पहाड़ी समाज की सामाजिक-स्थित्ति और संपन्न-संस्कृति की झलक मिलती है। प्रस्तुत प्रोजेक्ट-रिपोर्ट में जिन लोक गीतों का वर्णन किया गया है वे विशेषत: हमीरपुर जिले से सम्बन्धित हैं।  हमरीपुर के पहाड़ी लोक-गीतों की विशेषता यह है कि प्रत्येक मुखड़े के अंत में “ओ-आए” की ध्वनि निकाली जाती है और साथ ही इन लोक-गीतों को केवल महिलाओं द्वारा ही समूह में गाया जाता है।

पहाड़ी लोक-गीतों की भाषा में अत्यधिक विविधता है। मूल रूप से यह लोक-गीत पहाड़ी-बोली में हैं किंतुं इनमें कई स्थानों पर पंजाबी, हिंदी, अंग्रेजी, खड़ी-बोली, उर्दू जैसी भाषाओं के शब्द भी देखने को मिलते हैं। इतनी भाषाओं के शब्दों की उपस्तिथि का कारण यहाँ भौगोलिक दशा से है, पंजाब यहाँ का पड़ोसी राज्य है, पूर्वकाल में राजस्थान से राजपूतों से यहाँ आकर बसने के ऐतिहासिक प्रमाण हैं तथा उन्हीं के साथ उनकी बोली भी यहाँ की बोली का हिस्सा बन गई।  इसके आलावा मुग़ल-साम्राज्य से लेकर अंग्रेजी- उपनिवेशवाद का प्रभाव यहाँ की संस्कृति और समाज पर पड़ा है जिससे कि तमाम भाषाओं के समावेश पहाड़ी-बोली में हैं।    




कुलदेवी-पूजन के दौरान
मनी ओ चलें मनाई ओ चलें, मना दिया मानता चढ़ाई ओ चले।
मनी ओ चलें मनाई ओ चलें,लाड़िया दिया भेंणा जो चढ़ाई ओ चले।
मनी ओ चलें मनाई ओ चलें,लाड़िया दिया भाभियाँ चढ़ाई ओ चलें।
मनी ओ चलें मनाई ओ चलें,लाड़िया दिया सासू जो चढ़ाई ओ चले।
मनी ओ चलें मनाई ओ चलें,मना दिया मानता चढ़ाई ओ चले। 


पीपल-पूजन के दौरान
·         लाड़ी घूम रही ओ पिपलुए दे हेठ,ओ लाड़ी घूम रह पिपलुए दे हेठ,
लाड़िये दे पाइयें मारी तीतरी, ता लाड़े दे पाइयें मारेया बाज।
ओ लाड़ी घूम रह पिपलुए दे हेठ,लाड़ी घूम रही ओ पिपलुए दे हेठ,
लाड़िया दी सेलियें मारी तीतरी, ता लाड़े दे मित्रें मारेया बाज, ता लाड़े दे पाइयें मारेया बाज।


·         उच्यां पीपले ओ पींगा पइया बलिये,लाड़िया दी अम्मा ओ झूटण आया बलिये,
झूट - झुटादियें बलिये, हार गवायां बलिये,दिन गबायां ओ रात टलबायाँ बलिए।
उच्यां पीपले ओ पींगा पइया बलिये,लाड़िया दी मामिये ओ झूटण आया बलिये,
झूट - झुटादियें बलिये, हार गवायां बलिये,दिन गबायां ओ रात टलबायाँ बलिए।
उच्यां पीपले ओ पींगा पइया बलिये, लाड़िया दी चाचीए ओ झूटण आया बलिये,
झूट - झुटादियें बलिये, हार गवायां बलिये, दिन गबायां ओ रात टलबायाँ बलिए।
उच्यां पीपले ओ पींगा पइया बलिये, लाड़िया दी भेनें ओ झूटण आया बलिये,
झूट - झुटादियें बलिये, हार गवायां बलिये,दिन गबायां ओ रात टलबायाँ बलिए।
उच्यां पीपले ओ पींगा पइया बलिये,लाड़िया दी भाभिए ओ झूटण आया बलिये,
झूट - झुटादियें बलिये, हार गवायां बलिये,दिन गबायां ओ रात टलबायाँ बलिए।


सेरा-बंधी के समय
जरा कर चक बेटा सेरें दिया लड़िया, सौंणा- सौंणा मुखड़ा दिखा। ओ बेटा मेरे सौंणा- सौंणा मुखड़ा दिखा। महला च बैठी तेरी बनरी निहालदी छेत्ति-छेत्ति लगना जो आ, बागा च बैठे तेरे सोहरे निहालदे छेत्ति-छेत्ति डेरे जो आ, ओ बनरे छेत्ति-छेत्ति डेरे जो आ।
जरा कर चक पाइया सेरें दिया लड़िया, सौंणा- सौंणा मुखड़ा दिखा। ओ पाइया मेरे सौंणा- सौंणा मुखड़ा दिखा। महला च बैठी तेरी बनरी निहालदी छेत्ति-छेत्ति लगना जो आ, बागा च बैठे तेरे सोहरे निहालदे छेत्ति-छेत्ति डेरे जो आ, ओ बनरे छेत्ति-छेत्ति डेरे जो आ।
जरा कर चक भाणजेया सेरें दिया लड़िया, सौंणा- सौंणा मुखड़ा दिखा। ओ भाणजेया मेरे सौंणा- सौंणा मुखड़ा दिखा। महला च बैठी तेरी बनरी निहालदी छेत्ति-छेत्ति लगना जो आ, बागा च बैठे तेरे सोहरे निहालदे छेत्ति-छेत्ति डेरे जो आ, ओ बनरे छेत्ति-छेत्ति डेरे जो आ।


सांद समूहत के समय
·         आओ-आओ बेटा आई वेयो पट्टडे, मैं किंगा आवा मम्मी जी पापा रेया मुलखे, ओ हथां लेयों कलमा, हथां लेयो कागजा, उना जो लिखों चिठियाँ, उना जो मिले छुटियाँ, जंज ताही सजणी।
आओ-आओ भाइया आई वेयो पट्टडे, मैं किंगा आवा भेणै नो जीजा रेया मुलखे, ओ हथां लेयों कलमा, हथां लेयो कागजा, उना जो लिखों चिठियाँ, उना जो मिले छुटियाँ, जंज ताही सजणी।
आओ-आओ बेटा आई वेयो पट्टडे, मैं किंगा आवा चाची जी चाचा रेया मुलखे, ओ हथां लेयों कलमा, हथां लेयो कागजा, उना जो लिखों चिठियाँ, उना जो मिले छुटियाँ, जंज ताही सजणी।
आओ-आओ बेटा आई वेयो पट्टडे, मैं किंगा आवा बुआ जी बुबु रेया मुलखे, ओ हथां लेयों कलमा, हथां लेयो कागजा, उना जो लिखों चिठियाँ, उना जो मिले छुटियाँ, जंज ताही सजणी।
आओ-आओ बेटा आई वेयो पट्टडे, मैं किंगा आवा मामी जी मामा रेया मुलखे, ओ हथां लेयों कलमा, हथां लेयो कागजा, उना जो लिखों चिठियाँ, उना जो मिले छुटियाँ, जंज ताही सजणी।



·         नौ ग्रहों - नौ ग्रहों देवतयों परमेशरयों, सान्दी आई बेयों जी, सान्दी बेयों पढ़यों पंड़तों की साड्डे ओणा ना ई जी, सान्दी बेयों मुंडे दे मम्मी-पापा की साड्डे ओणा ना ई जी।
नौ ग्रहों - नौ ग्रहों देवतयों परमेशरयों, सान्दी आई बेयों जी, सान्दी बेयों पढ़यों पंड़तों की साड्डे ओणा ना ई जी, सान्दी बेयों मुंडे दे मामा-मामी की साड्डे ओणा ना ई जी।
नौ ग्रहों - नौ ग्रहों देवतयों परमेशरयों, सान्दी आई बेयों जी, सान्दी बेयों पढ़यों पंड़तों की साड्डे ओणा ना ई जी, सान्दी बेयों मुंडे दे चाचा-चाची की साड्डे ओणा ना ई जी।
नौ ग्रहों - नौ ग्रहों देवतयों परमेशरयों, सान्दी आई बेयों जी, सान्दी बेयों पढ़यों पंड़तों की साड्डे ओणा ना ई जी, सान्दी बेयों मुंडे दे बुआ-बुबु की साड्डे ओणा ना ई जी।



बारात आगगमन के दौरान
घर आन्देयां सजणा नूं पिता जी आदर नाल बिठायो, साड्डा खाना ग़रीबा दा सजणों मन- चित ला के खायों।
घर आन्देयां सजणा नूं भाई जी आदर नाल बिठायो, साड्डा खाना ग़रीबा दा सजणों मन- चित ला के खायों।
घर आन्देयां सजणा नूं मामा जी आदर नाल बिठायो, साड्डा खाना ग़रीबा दा सजणों मन- चित ला के खायों।
घर आन्देयां सजणा नूं चाचा जी आदर नाल बिठायो, साड्डा खाना ग़रीबा दा सजणों मन- चित ला के खायों।
घर आन्देयां सजणा नूं ताऊ जी आदर नाल बिठायो, साड्डा खाना ग़रीबा दा सजणों मन- चित ला के खायों।


लग्न-वेद के समय
·         वेदी तोते बोले नी चल वेदी जो बेइये, तेरे मामेया वेदण तोड़ी नी, तेरिया मामिया ते बिछोड़ी नी चल वेदी जो बेइये।
वेदी तोते बोले नी चल वेदी जो बेइये,तेरे पाइयाँ वेदण तोड़ी नी, तेरिया पाबियाँ ते बिछोड़ी नी चल वेदी जो बेइये।
वेदी तोते बोले नी चल वेदी जो बेइये, तेरे चाच्यां वेदण तोड़ी नी, तेरिया चाचियां ते बिछोड़ी नी चल वेदी जो बेइये।
·         पिता जी अंदर आई के गल सुन्यों मेरी, बेटिये मैं कियां ओणा कृष्ण मेरिया गोदी,
पिता जी क्या ये मंगदे क्या तुसीं देणा, बेटिये अन्न भी नि लेंदे, धन भी नी लेंदे, बेटी मंगदे कन्या दा दान, देणा कन्या दा दान।
भाई जी अंदर आई के गल सुन्यों मेरी, भेणा मैं कियां ओणा कृष्ण मेरिया गोदी, भाई जी क्या ये मंगदे क्या तुसीं देणा, भेणा अन्न भी नि लेंदे, धन भी नी लेंदे, भेणा मंगदे कन्या दा दान, देणा कन्या दा दान।
मामा जी अंदर आई के गल सुन्यों मेरी, भाणजिए मैं कियां ओणा कृष्ण मेरिया गोदी, मामा जी क्या ये मंगदे क्या तुसीं देणा, भाणजिए अन्न भी नि लेंदे, धन भी नी लेंदे, भाणजिए मंगदे कन्या दा दान, देणा कन्या दा दान।


विदाई के समय
ईक मेहंदी दा बुटा लगाई ओ चली, लगाई ओ चली मम्मी जी मेरी रयी  ओ निशांनी।
ईक मेहंदी दा बुटा लगाई ओ चली, लगाई ओ चली चाची जी मेरी रयी  ओ निशांनी।
ईक मेहंदी दा बुटा लगाई ओ चली, लगाई ओ चली भाभी जी मेरी रयी  ओ निशांनी।
ईक मेहंदी दा बुटा लगाई ओ चली, लगाई ओ चली मामी जी मेरी रयी  ओ निशांनी।
ईक मेहंदी दा बुटा लगाई ओ चली, लगाई ओ चली बुआ जी मेरी रयी  ओ निशांनी।


बगा पहनाते समय
आ वे बेटा ले सगणा दी घोड़ी, घोड़ी दा, रंग सुहा लाल अज मेरे बेटे दे,
आ वे बना ले सगणा दी मेहँदी, मेहँदी दा, रंग सुहा लाल अज मेरे बनरे दे,
आ वे बना ले सगणा दे कपडे ,कपडे दा, रंग सुहा लाल अज मेरे बनरे दे,
आ वे बना ले सगणा दी टाई, टाईया दा, रंग सुहा लाल अज मेरे बनरे दे,
आ वे बना ले सगणा दी घडी, घडिये दा, रंग सुहा लाल अज मेरे बनरे दे,
आ वे बना ले सगणा दी जुराबां, जुराबां दा, रंग सुहा लाल अज मेरे बनरे दे,
आ वे बना ले सगणा दे जूते, तश्मे दा रंग सुहा लाल अज मेरे बनरे दे,
आ वे बेटा ले सगणा दा सेहरा, सेहरे दा, रंग सुहा लाल अज मेरे बेटे दे,


चलती बारात से पहले
उठ माई राणीये   तड़के, घोड़िया जो बार बन्या ,
घोडिये जो बार बन्या , घोड़िया ने चारा खाना
घोड़िया ने चारा खाना, पिता जी बाराती जाणा
उठ भेणी राणीये   तड़के, घोड़िया जो बार बन्या ,
ओ बन्या  घोड़िया दाना खाना, जीजा जी बाराती जाणा
उठ भाभी राणीये   तड़के, घोड़िया जो बार बन्या ,
ओ बन्या  घोड़िया दाना खाना, भाई जी बाराती जाणा
उठ मामी राणीये   तड़के, घोड़िया जो बार बन्या ,
ओ बन्या  घोड़िया दाना खाना, मामा जी बाराती जाणा
उठ चाची राणीये   तड़के, घोड़िया जो बार बन्या,
ओ बन्या  घोड़िया दाना खाना, चाचू जी बाराती जाणा।



चलती बारात के समय
·         घोड़िया पिड़ लों बेटा आज्ज तुसीं सौरें जाणा
जेबां पाई ले बेटा लोंग-इलायची दाणा
सालियां मंगदी बेटा लौंग-इलायची दाणा
लौंग देई ओ आयां इलायची वापस लाया
घोड़िया पिड़ लों बेटा आज्ज तुसीं सौरें जाणा
बंगा पहनी लें भईया आज्ज तुसीं सौरें जाणा
जेबां पाई ले भईया लोंग-इलायची दाणा
सालियां मंगदी भईया लौंग-इलायची दाणा
लौंग देई ओ आयां इलायची वापस लाया
कजल लाई लो देवर जी  आज्ज तुसीं सौरें जाणा
जेबां पाई लो देवर जी लोंग-इलायची दाणा
सालियां मंगदी देवर जी लौंग-इलायची दाणा
लौंग देई ओ आयां इलायची वापस लाया
सेहरा पैनी लो बेटा जी आज्ज तुसीं सौरें जाणा
जेबां पाई लो बेटा जी लोंग-इलायची दाणा
सालियां मंगदी बेटा जी लौंग-इलायची दाणा
लौंग देई ओ आयां इलायची वापस लाया
घड़ियाँ पैनी लो भाई जी आज्ज तुसीं सौरें जाणा
जेबां पाई लो भाई जी लोंग-इलायची दाणा
सालियां मंगदी भाई जी लौंग-इलायची दाणा
लौंग देई ओ आयां इलायची वापस लाया


·         जंगला च पेई नेरी रात ओ जगा दो बत्तियां,
तेरी घोड़िया रा श्रृंगार बेटा किस करना, तेरी जांज-बराती नाल बेटा किस चलना,
तेरिया घोड़िया रा श्रृंगार बेटा तेरिया माँ करना, तेरी जांज-बराती नाल बेटा तेरे पिता जी चलना।
तेरे कपडेंयां रा श्रृंगार भईया किस करना, तेरी जांज-बराती नाल भईया किस चलना,
तेरिया घोड़िया रा श्रृंगार भैयाजी तेरिया भैनी करना, तेरी जांज-बराती नाल तेरे जीजा जी चलना।
तेरे सेहरे रा श्रृंगार बेटा किस करना, तेरी जांज-बराती नाल बेटा किस चलना,
तेरे सेहरे रा श्रृंगार बेटा तेरिया मामिया करना, तेरी जांज-बराती नाल बेटा तेरे मामा जी चलना।
तेरी घड़िया रा श्रृंगार देवर जी किस करना, तेरी जांज-बराती नाल देवर जी किस चलना,
तेरिया घड़िया रा श्रृंगार देवर जी तेरिया भाभीईया करना, तेरी जांज-बराती नाल देवर जी तेरे भाई जी चलना।
जंगला च पेई नेरी रात ओ जगा दो बत्तियां।


कन्या पक्ष के साद-समूहत के दौरान
हथा ता बन्या कंगणा जी पंडता, कुड़िया जो खेलण देया,
आज खेलें, कल ओ खेले, परसु खेले सासू गोदा।
हथा ता बन्या कंगणा जी पंडता, बहना जो खेलण देया,
आज खेलें, कल ओ खेले, परसु खेले नणदा गोदा।    
हथा ता बन्या कंगणा जी पंडता, भाणजिया जो खेलण देया,
आज खेलें, कल ओ खेले, परसु खेले जठानिया गोदा।


बटणा(हल्दी) लगाते समय
·         तेरा शरो बटणा कन्या केड़े शहरों ते आया वे, तेरा शरो बटणा,  
शरो बटणा कन्या जम्मू शहरों ते आया वे।
तेरा शरो बटणा बहने केड़े शहरों ते आया वे, तेरा शरो बटणा,  
शरो बटणा बहने हमीरपुर शहरों ते आया वे।
तेरा शरो बटणा भाणजिया केड़े शहरों ते आया वे, तेरा शरो बटणा,  
शरो बटणा भाणजिया हमीरपुर शहरों ते आया वे।

·         दो बणजारू मैं बटणे जो पेज्जे से बणजारू ना आए,
दो  बणजारू बटणे जो पेज्जे से बणजारू ना आए,
थोड़ा थोड़ा बटणा मेरी सखियाँ जो देणा होर मलो अंगे मेरे।
दो  बणजारू घीएजो पेज्जे से बणजारू ना आए,
थोड़ा थोड़ा घी मेरी सखियाँ जो देणा होर मलो अंगे मेरे। 
दो  बणजारू तेले जो पेज्जे से बणजारू ना आए,
थोड़ा थोड़ा तेल मेरी सखियाँ जो देणा होर मलो अंगे मेरे। 
दो  बणजारू सरसों जो पेज्जे से बणजारू ना आए,
थोड़ी थोड़ी सरों मेरी सखियाँ जो देणा होर मलो अंगे मेरे। 


सुहाग-गीत
सोने दे गागरूआ चल पाणीये जो जाणा, वे न किन्ने तू  पाणीये जो भेजी कौण प्यासा ना, मम्मिये मैं पाणीये भेजी पापा प्यासा ना। छडी दे इस गागरूए चल-चल पो संग मीटर ना, पापे ते डरदी जी जोगिया, पापे लाज रखदी ना।
सोने दे गागरूआ चल पाणीये जो जाणा, वे न किन्ने तू  पाणीये जो भेजी कौण प्यासा ना, भाभिए मैं पाणीये भेजी भाई प्यासा ना। छडी दे इस गागरूए चल-चल पो संग मीटर ना, पापे ते डरदी जी जोगिया, पापे लाज रखदी ना।
सोने दे गागरूआ चल पाणीये जो जाणा, वे न किन्ने तू  पाणीये जो भेजी कौण प्यासा ना, मामिए मैं पाणीये भेजी मामा प्यासा ना। छडी दे इस गागरूए चल-चल पो संग मीटर ना, पापे ते डरदी जी जोगिया, पापे लाज रखदी ना।


विदाई के दौरान
गाड़ी खड़ी री पिताजी तेरे अंगणा, गाड़ी दे बिच किनू तोरणा।
गाड़ी खड़ी री नी बेटी तेरे बास्ते, बेटी तेरे वास्ते, गाड़ी विच तेनू तोरणा।      
गाड़ी खड़ी री भाईजी तेरे अंगणा, गाड़ी दे बिच किनू तोरणा।
गाड़ी खड़ी री नी बहना तेरे बास्ते, बहना तेरे वास्ते, गाड़ी विच तेनू तोरणा।     
गाड़ी खड़ी री चाचाजी तेरे अंगणा, गाड़ी दे बिच किनू तोरणा।
गाड़ी खड़ी री नी बेटी तेरे बास्ते, बेटी तेरे वास्ते, गाड़ी विच तेनू तोरणा। 

   
अन्द्रेरा(वधू-प्रवेश) के दौरान
देख्या-देख्या लाड़िए इस मोरे देहरे, देख्या-देख्या लाड़िए इस मारें अंदरा, देख्या-देख्या लाड़िए इस जो संजीएँ।
भेंण तेरी इक ता जीजे तेरे बीसए, देख्या-देख्या लाड़िए इस मारें अंदरा।
मामी तेरी इक ता मामे तेरे पंद्रहा, देख्या-देख्या लाड़िए इस मारें अंदरा।
बेटी ऐड़ई ऐड़ई ऐड़ई साड्डे मुंडे तो भी केड़ी, 
बेटी थाल पेया पतासा, साड्डे मुंडे दा क्या हासा।
बेटी ऐड़ई ऐड़ई ऐड़ई साड्डे मुंडे तो भी केड़ी, 
बेटी थाल पेयी पतीस, साड्डे मुंडे दी क्या रीस।
बेटी ऐड़ई ऐड़ई ऐड़ई साड्डे मुंडे तो भी केड़ी, 
बेटी थाल पेया बदाणा, साड्डे मुंडा बालकयाणा।
देख्या-देख्या लाड़िए इस मारें अंदरा।


गुणे खेलते समय
गुणे खेल ले बहुए अपनियाँ सासू दे नाल,
गुणे खेल ले बहुए अपनियाँ सासू दे नाल,
गुणे खेल ले बहुए अपनियाँ नंणदा दे कन्ने,
गुणे खेल ले बहुए अपनियाँ जठानियाँ दे कन्ने,
गुणे खेल ले बहुए अपनियाँ भाभियाँ दे कन्ने,
गुणे खेल ले बहुए अपनियाँ ममियां दे कन्ने,
गुणे खेल ले बहुए अपनियाँ चाचियाँ-ताईयाँ दे कन्ने।
   
*समाप्त*     

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